Cow based organic farming

गौ आधारित जैविक कृषि

किसानों हेतु जैविक कृषि अभ्यास वर्ग लगाए गए एवं उन्नत कृषि हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जिसके प्रति किसानो में गौपालन एवं गौआधारित जैविक कृषि के प्रति भाव जागरण हुआ और दो हजार से ज्यादा किसान वर्तमान में गौआधारित जैविक कृषि कर रहें हैं।

गौ आधारित जैविक कृषि (गौ आधारित खेती) का उद्देश्य गायों के उत्पादों जैसे गोबर, गोमूत्र, और अन्य जैविक सामग्रियों का उपयोग करके खेती करना है। यह पद्धति भारतीय कृषि की प्राचीन परंपराओं पर आधारित है और पर्यावरणीय स्थिरता, मिट्टी की उर्वरता और किसानों की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है।


गौ आधारित जैविक कृषि के मुख्य पहलू:

1. गोबर का उपयोग:

गोबर का उपयोग जैविक खाद बनाने के लिए किया जाता है, जिसे कम्पोस्ट या वर्मी कम्पोस्ट कहा जाता है। यह खाद मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाती है और फसलों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है।

2. गोमूत्र का उपयोग:

गोमूत्र का उपयोग जैविक कीटनाशक और फसल वृद्धि प्रमोटर के रूप में किया जाता है। इसे विभिन्न जड़ी-बूटियों के साथ मिलाकर जीवामृत या घनजीवामृत तैयार किया जाता है, जो फसलों की उत्पादकता को बढ़ाता है।

3. जीवामृत:

यह एक मिश्रण है जिसमें गोबर, गोमूत्र, गुड़, बेसन, और मिट्टी का उपयोग किया जाता है। यह मिश्रण खेत में डाला जाता है, जिससे मिट्टी के सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़ती है और मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होता है।

4. बीजामृत:

बीज उपचार के लिए गोमूत्र, गाय के गोबर, और अन्य जैविक सामग्री से तैयार किया गया मिश्रण है, जिससे बीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और अंकुरण दर में सुधार होता है।

5. पंचगव्य:

पंचगव्य गाय के पांच उत्पादों - गोबर, गोमूत्र, दूध, दही, और घी से बनाया जाता है। इसका उपयोग पौधों की वृद्धि को बढ़ाने और कीटों से बचाने के लिए किया जाता है। यह पौधों के लिए एक जैविक टॉनिक के रूप में काम करता है।

6. मिश्रित खेती:

गौ आधारित कृषि में अक्सर विभिन्न फसलों को एक साथ उगाया जाता है, जिससे कीटों के हमले से बचा जा सके और मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़े। गायों के रखरखाव से मिलने वाले गोबर और गोमूत्र का उपयोग सभी फसलों पर समान रूप से किया जा सकता है।

7. पशुपालन और खेती का संयोजन:

गौ आधारित जैविक खेती में गायों का पालन महत्वपूर्ण है। इससे न केवल किसानों को दूध और अन्य डेयरी उत्पाद मिलते हैं, बल्कि कृषि के लिए आवश्यक जैविक संसाधन भी प्राप्त होते हैं।

गौ आधारित जैविक कृषि के लाभ: